भगवान भोले बाबा की पूजा सभी लोग करते हैं | सावन के महीने में शिव जी की ही पूजा की जाती है | लोग सुबह से ही मंदिरों में जाकर शिव जी आरती और पूजा करते हैं साथ ही शिव जी को बेल पत्र, धतूरा, दूध और जल अर्पित करते हैं | सभी लोग बड़े ही सच्चे मन से और उत्साह से शिव जी की आरती करते हैं| भगवान भोले बाबा की आरती के लिए आप यहाँ से Shiv Aarti pdf डाउनलोड कर सकते है|
शिव जी की आरती फोटो
शिव जी की आरती (Shiv Aarti)
**शिव आरती**
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे।
हंसासन गरुडासन वृषवाहन साजे॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
तीनों रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
अक्षमाला बनमाला मुंडमाला धारी।
चन्दन मृगमद सोहे, भाले शुभकारी॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक ब्रम्हादिक भूतादिक संगे॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूलधर्ता।
जगकर्ता जगभरता, जग पालनकर्ता॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
प्रणवाक्षर के मध्य ये तीनों एका॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
त्रिगुण स्वामी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी, सुख सम्पत्ति पावे॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
Shiv Aarti pdf (शिव आरती PDF)
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